है ख़ुशी के सुरूर का सेहरा
नूर के सर पे नूर का सेहरा
ख़ूब शहनाज़ लाई हैं शहनाज़
नूर ख़ुशियों का है हसीन आगाज़
आज रुख़सार की महक से है
महका महका ये नूर का सेहरा
नूर गुम आज रश्क-ए-हूर में हैं
और रुख़सार खोई नूर में हैं
फुप्पी नाहीद लाईं चुन के हैं गुल
बन गया उनसे नूर का सेहरा
फुप्फा तारिक़ बहार ख़ालू के
फुप्फा अशफ़ाक़ फुप्फी अफ़्शाँ के
सब के दिल से दुआऐं निकली हैं
ख़ूब महके ये नूर का सेहरा
है ख़ुशी अपनी ही रवानी में
अब्बू मोहसिन की गुल फ़िशानी में
ताया सुल्तान और चचा लाली
लाए हैं ख़ूब नूर का सेहरा
रेश्मा सीमा और गुड़िया चची
सब के हाथों में ख़ूब मेहंदी रची
मेहंदी में नाम हैं चचाओं के
और दुआओं में नूर का सेहरा
हों समीना सबा सहर या इरम
शीबा सहबा शमामा ज़ेबा निदा
फ़ाएज़ा सायरा फ़रिहा अनअम
साएमा और हुमा सुमयरा हिना
साथ वरदा के सारी ही बहनें
देख कर ख़ुश हैं नूर का सेहरा
साद रेहान दोनों और सलमान
सैफ़ बहनोई भी हैं शाद बहुत
यार प्यारा शुएब झूम उठा
देख कर सर पे नूर का सेहरा
जिसको कल गोद में खिलाया था
भांजा आज वो बना दूल्हा
मामूँ कामिल शु'ऊर खिल उठ्ठे
देख कर खिलता नूर का सेहरा
दादा अब्दुल रशीद और दादी
नाना अतहर हुसैन और नानी
ख़ुल्द में रब से कर रहे हैं दुआ
महके सदियों ये नूर का सेहरा
आज जन्नत में कर रहीं हैं दुआ
ख़ाला निकहत भी और नुज़हत भी
यूँ ही खिलता रहे महकता रहे
मेरे प्यारे से नूर का सेहरा
भाई रिज़वान की चहती है
महजबीन आप की तो बेटी है
हो मुबारक कि आपकी रुख़सार
बन गई आज नूर का सेहरा
आज बाग़ ए इरम आई है
अब्बू सुल्तान शेख़ की ये दुआ
बेटी रुख़सार को मुबारक हो
नेक दामाद नूर का सेहरा
रेश्मा ख़ाला और ख़ालू शुएब
साद फ़ैसल भी गाऐंगे मिल कर
"सैफ़ बाबर" क़लम उठाओ लिखो
अपने भाई का, नूर का सेहरा
है ख़ुशी के सुरूर का सेहरा
नूर के सर पे नूर का सेहरा
शाइर
सैफ़ बाबर
(Mohd Saif Babar)
+91 9936008545